प्रतिकिया:
________________
वह प्रेम लिख रही थी ,
प्रतिक्रिया मिली - क्रांति लिखो------
वह क्रांति करने लगी,
प्रतिक्रिया मिली - प्रेम करो ---------
वह बायो पढ़ने लगी ,
प्रतिक्रिया मिली -आध्यात्म जियो ......
वह घुँघरू की दुकान खोलकर बैठ गयी ,
प्रतिक्रिया नहीं मिली ...............
इस बार कला जागी थी
पोस्टर बनने लगे,
कविताएँ छपने लगीं ,
घुंघरू की दुकान के सामने खड़ी स्त्री ने अचानक
ब्रेकिंग न्यूज़ का बैकग्राउंड म्यूजिक बदल दिया है ,
अब गिफ्ट में घुंघरू का चलन चल निकला है ...........................
_____________________________________________
कंचन
No comments:
Post a Comment