Monday, February 10, 2014

सज़ा ! .… माँ ने अख़बार लपेटकर रख दिया 
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नया - नया पढ़ना सीखने वाले बच्चे 
पिछले एक साल से ख़बरों में 
एक नया शब्द कई बार 
पढ़ और सुन रहे थे 
शब्द है- बलात्कार /रेप !

नए- नए शब्द पढ़ लेने की ललक में 
ख़बरों की हैडलाइन पढ़ लेते
अख़बार की हैडलाइन पढ़कर
बच्चे ने पूछ लिया आज
*बलात्कार * क्या होता है ?

पास बैठे बड़े पहले सकपकाये
फिर कहा यह * सज़ा *है
जो लड़कियों को दी जाती है

बच्चे कुछ समझे या नहीं
पता नहीं ! लेकिन
उन्होंने फिर पूछा-
" मतलब !
यह कैसी सज़ा है ?"
इस सज़ा में क्या करते हैं

जबाब दिया गया कि
उनके शरीर और मन को नोचकर
उससे ख़ून निकालते हैं.…

बच्चे कुछ समझे या नहीं
पता नहीं ! लेकिन
उन्होंने पूछा-
" क्यों देते हैं यह सज़ा ? "

क्यों कि वे कुछ करना चाहती हैं
क्यों कि वे सपने देखती हैं
क्यों कि वे सुन्दर लगती हैं

पता नहीं बच्चों ने
कुछ समझा या नहीं
लेकिन
छह और सात साल की उम्र के बच्चे
जिन्होंने नया-नया पढ़ना सीखा
वे खामोश हो गये
अख़बार छोड़कर
चले गये

बच्चों ने पिछले सप्ताह भी
पूछ लिया था ख़बर पढ़कर
इसे लोगों ने क्यों मारा ?

थोड़ी देर में बच्चे खेलने लग गये

अख़बार से बच्चों के लिए
सुन्दर पन्ने को अलग़ करने की कोशिश हुयी
बच्चों के सवाल खुल रहे थे कि
माँ ने अख़बार को लपेट कर रख दिया !
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कंचन

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