Saturday, April 18, 2015

ताला -
बेबस लटका रहा
घर के बाहर
चाबी के इंतज़ार में। ....
राखी-
बंधी पड़ी रही
पोस्टमैन के पास
कलाई के इंतज़ार में। …
भाषा-
कतार में रही
उनकी जिद में
पहचान के इंतज़ार में । …
आँखें-
देर तक तकतीं रहीं
सपने में आसमान
इन्द्रधनुष के इंतज़ार में। ...

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