Saturday, April 18, 2015

''अगर बिना वेतन के काम करना हो तो खाना बनाना, कपड़े धोना, सिलना, मेंहदी लगाना, साफ-सफाई करना सब काम औरतें करती हैं और पुरुष उस काम को करने में अपनी हेठी समझते हैं... लेकिन इन्हीं सभी काम को वे घर से बाहर पैसे लेकर बड़े सम्मान से कर डालते हैं... दफ्तर के लिए निकलती हूं तो चौराहे पर रोज देखती हूं... एक अधेड़ व्यक्ति को आलू छीलते, सब्जियां काटते, साफ सफाई करते...मगर यदि घर हो तो इसी काम को वो देखेगा तक नहीं...''
यह टिप्पणी Swarn Kanta की वॉल से ले ली है इस उम्मीद में कि कुछ पुरुष अपने -अपने उन घरेलू कामों की सूची अपने नाम लिखेंगें जो वे अपने घर में करते हैं.. (बिना शरमाये कि कोई जानेगा तो मर्दानगी पर हँसेगा ) यहां बैचलर किचन जैसी कोई बात न लिखें -----

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