कक्षा में साथ बैठने वाला लड़का
सहपाठी लड़की को कह रहा है -
''अपनी औकात में रह ''
लड़की सुनकर भभक पड़ती है
टीचर ने समझाया कि
इसमें गुस्सा होने जैसी कोई बात नहीं
औरत को पूरी ज़िंदगी यह जुमला सुनना पड़ता है
सहपाठी लड़की को कह रहा है -
''अपनी औकात में रह ''
लड़की सुनकर भभक पड़ती है
टीचर ने समझाया कि
इसमें गुस्सा होने जैसी कोई बात नहीं
औरत को पूरी ज़िंदगी यह जुमला सुनना पड़ता है
चौदह वर्षीय लड़की आँखों में आंसू लिए मूक संवाद करती है
तो क्या हमें सिर्फ़ सुनकर ,सहते हुए मुस्कुराना चाहिए
लड़का दूर खड़ा मुस्कुराता है और
लड़की आंसू भरी आँखें लिए घर चली जाती है ....
संवाद के लिए ' भाषा ' की जगह
'आँसू ' और ' मुस्कान ' हमारी
शिक्षा और संस्कार का मूल क्यों है ?
--' संवाद ' और 'औकात 'का अभिप्राय कैसे स्पष्ट होगा ?
तो क्या हमें सिर्फ़ सुनकर ,सहते हुए मुस्कुराना चाहिए
लड़का दूर खड़ा मुस्कुराता है और
लड़की आंसू भरी आँखें लिए घर चली जाती है ....
संवाद के लिए ' भाषा ' की जगह
'आँसू ' और ' मुस्कान ' हमारी
शिक्षा और संस्कार का मूल क्यों है ?
--' संवाद ' और 'औकात 'का अभिप्राय कैसे स्पष्ट होगा ?
अच्छी रचना
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